ब्रिटेन में भारतवंशी पैथोलॉजिस्ट पर पोस्टमॉर्टम में लापरवाही बरतने का आरोप

ब्रिटेन में भारतवंशी पैथोलॉजिस्ट पर पोस्टमॉर्टम में लापरवाही बरतने का आरोप

सेहतराग टीम

ब्रिटेन में एक भारतवंशी पैथोलॉजिस्ट पर एक अस्पताल में कुछ पोस्टमॉर्टम में लापरवाही बरतने के आरोप हैं। पुलिस मामले में इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी के खिलाफ किसी तरह के आपराधिक आरोपों की आवश्यकता है या नहीं।

मैनचेस्टर में रॉयल ओल्डहैम हॉस्पिटल में कंसल्टेंट हिस्टोपैथोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत खालिद अहमद ने उत्तर मैनचेस्टर कोरोनर (पोस्टमॉर्टम) कार्यालय के लिये कई पोस्टमॉर्टम किये थे।

‘द डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार एक जांच में यह खुलासा हआ कि अहमद ने बार-बार मरीजों की मौत का गलत कारण रिकॉर्ड किया, उनके अंगों की गलत पहचान की और संभवत: शवों की अदला-बदली भी की।

पिछले साल मई में उत्तर मैनचेस्टर कोरोनर कार्यालय में वरिष्ठ कोरोनर ने अहमद के परीक्षणों पर सवाल उठाते हुए चिंता जाहिर की थी और एक हालिया समीक्षा में उसकी ‘अधूरी’ रिपोर्टों को लेकर ‘अहम चिताओं’ का भी पता चला।

शेफील्ड टीचिंग हॉस्पिटल्स में कंसल्टेंट हिस्टोपैथोलॉजिस्ट प्रोफेसर सिमॉन किम सुवर्णा ने अहमद के मामले में समीक्षा की और पाया कि कुछ रिपोर्ट में मौत की वजह ‘गलत’ बतायी गयी है। अहमद वर्ष 1989 में बेंगलूरू में चिकित्सक की योग्यता हासिल की थी।

अखबार की रिपोर्ट के अनुसार बताया जाता है कि सुवर्णा ने यह भी पाया कि अहमद के परीक्षण ‘उन मानकों के अनुरूप नहीं थे जिनकी किसी शव के अंत्य परीक्षण को पूरा करने में पैथोलॉजी छात्रों से अपेक्षा की जाती है।’ इसके बाद कोरोनर ने इस संबंध में पुलिस को सूचित किया और पुलिस मामले में जांच कर रही है। (एजेंसी)

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